संबंधों की प्रगाढ़ता का श्रेष्ठतम गठजोड़ लिए ।
व्यावहारिक आत्मीयता संग मिलाप है हिंदी ।।
सुसंस्कृत शैली युक्त सादगी का प्रमाण लिए ।
परस्पर अपनत्व भाव अंतर में जगाती है हिंदी ।।
परदेश के परिवेश में आदर स्वागत सत्कार लिए ।
आगमन हो , अतिथि देव भाव , पुजाती है हिंदी ।।
संबोधन , अभिवादन , समाज कार्य को संग लिए ।
सादर प्रणाम , हाथ जोड़कर सर्व को झुकाती है हिंदी ।।
विराटता की धनी भाषा , असंख्य शब्दकोश लिए ।
सभ्यता , संस्कृति के सिंचित प्रभाव दिखाती है हिंदी ।।
वार्तालाप में मधुरता की सौम्यता सुरुचि सम्मान लिए ।
वात्सल्य हृदय में , वीणा से झंकृत करती है हिंदी ।।
हर मानव के अंतरमन में आनंद का भाव लिए ।
भाव भंगिमाओं से प्रेम रंग में डुबाती है हिंदी ।।
तीज त्योहारों में आत्म मिलन का आह्वान लिए ।
गोपियों संग कान्हा का महारास कराती है हिंदी ।।
रोजगार हो , कई आयामों में सफलता का साथ लिए ।
जीवन में उन्नति की निरंतर सीढ़ी चढ़ाती है हिंदी ।।
सभी भाषाओं सहित हिंदी का मान सम्मान लिए ।
यह मात्र , भाषा नहीं मातृभाषा कहलाती है हिंदी ।।
भारत वर्ष की सर्वश्रेष्ठ भाषा की महिमा लिए ।
हर भारतीय के पावन हृदय की गरिमा है हिंदी ।।
भाषा की विशुद्धि से व्यवहारिकता की शुद्धि लिए ।
ज्ञानी के आत्म ज्ञान का शंखनाद करती है हिंदी ।।
परतंत्र अब देश नहीं परतंत्र भाषा की सभ्यता लिए ।
देश की स्वतंत्रता संग ,सभ्यता स्वतंत्र कराती है हिंदी ।।
स्वतंत्रता के बिगुल संग खुशियों की झंकार लिए ।
अन्य भाषाओं संग मातृवत संबंध निभाती है हिंदी ।।
दिव्यता और निसर्ग संग , भव्यता के दर्शन लिए ।
जन - जन को संपूर्ण संस्कारित बनाती है हिंदी ।।
स्वर संग ,व्यंजन मिश्रण का अनोखा सामंजस्य लिए ।
सुमधुर सुर , ताल संग , सरगम संगीत गाती है हिंदी ।।
विलोम , पर्याय संग – प्रत्यय , उपसर्ग लिए ।
अलंकारों संग , संधि विच्छेद कराती है हिंदी ।।
गर्व से ऊंचा मस्तक , भारत का सम्मान लिए ।
दुनिया में अपनों को अपनों से मिलाती है हिंदी ।।
क्लिष्ट से क्लिष्ट , हर प्रश्न के प्रत्युत्तर लिए ।
सरलतम् सूत्र से समाधान कराती है हिंदी ।।
जग को जागृत करें , हर वर्ग को संग लिए ।
जनहित ,जनशक्ति संग होकर अविराम है हिन्दी ।।
जीवन के नव पथ का सुंदर आधार निर्माण लिए ।
राष्ट्रभाषा की पदवी से सुसज्जित विराजित है हिन्दी ।।
पहुंचकर उन्नति के महान शिखर पर यशगान लिए ।
स्वतंत्र देश में राष्ट्रभाषा की सदा गौरव गाथा है हिंदी ।।
– राजयोगिनी बी.के. संगीता बहन ,
राष्ट्रीय आध्यात्मिक सलाहकार प्रमुख ,
अखिल भारतीय हिंदी महासभा – नई दिल्ली .