Tuesday 8th of April 2025
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रीवा,ग्राम उमरी रविदास आश्रम में दिव्य बुद्ध योग संस्थान से डॉ.अजय चौधरी भारतीय मानवाधिकार संघ, नई दिल्ली के मध्य प्रदेश से अध्यक्ष हैं, योग, ध्यान, समाज के समग्र विकास के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण मानी जाती हैं। इस क्षेत्र में जागरूकता बढ़ाने के लिए उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाया। योग और प्राणायाम के महत्व पर गहन चर्चा की गई। इसके साथ ही, देसी जड़ी-बूटियों से उपचार के पारंपरिक तरीकों पर भी विशेष जोर दिया गया। डॉ. चौधरी ने योग और प्राणायाम के माध्यम से शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बनाए रखने के लाभों को समझाया। जड़ी-बूटियों का उपयोग विभिन्न बीमारियों के प्राकृतिक उपचार के तरीके भी साझा किए गए, जिससे लोग स्वस्थ जीवनशैली अपना सकें और आधुनिक दवाओं पर निर्भरता कम हो।
इस तरह की पहल से लोगों को आयुर्वेदिक और प्राकृतिक चिकित्सा पद्धतियों के प्रति जागरूक किया जा रहा है।दिव्य बुद्ध योग संस्थान के अध्यक्ष अभिषेक कुमार ने विपासना के विषय पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने विपासना की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए बताया कि यह ध्यान की एक प्राचीन पद्धति है, जो आत्मनिरीक्षण और मानसिक शांति प्राप्त करने का एक सशक्त माध्यम है। अभिषेक कुमार ने समझाया कि विपासना अभ्यास से व्यक्ति अपने भीतर की नकारात्मकताओं से मुक्ति पा सकता है और जीवन में शांति, स्पष्टता और संतुलन प्राप्त कर सकता है। उन्होंने इस ध्यान तकनीक के वास्तविक जीवन में उपयोग और इससे होने वाले मानसिक व शारीरिक लाभों पर भी जोर दिया, जिससे उपस्थित लोग इस प्राचीन ध्यान विधि को अपनाने के लिए प्रेरित हुए। राजभान साकेत, दुर्गवती, सीता साकेत, प्रदीप कुमार, शैलेंद्र कुमार, संजय वर्मा, अशोक साकेत, अर्चना, अनारकली, रामलाल साकेत, अनिल कुमार एवं सैकड़ो महिला पुरुष, बच्चे उपस्थित रहे